उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की लंबित भर्तियों को लेकर भर्ती कैलेंडर जारी करने की मांग को लेकर बेरोजगार युवाओं ने सोमवार को संगम नगरी प्रयागराज में एक दिवसीय धरना दिया। धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं ने प्रदेश की योगी सरकार से भर्ती कैलेंडर जल्द जारी करने की मांग की है। ताकि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग तय समय सीमा के अंदर भर्तियों को पूरा कर सके।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समूह ग और घ के पदों पर नियुक्ति के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करता है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की 32 से ज्यादा भर्तियां लंबित है। जिनमें 34470 पदों को भरा जाना है। बेरोजगार नौजवानों का कहना है कि 2015 से 2022 तक 12 ऐसी भर्तियां हैं जिनमें इंटरव्यू और टाइपिंग टेस्ट की वजह से भर्तियों का अंतिम चयन परिणाम घोषित नहीं हो सका है। इसके अलावा 20 ऐसी भर्तियां हैं जिनमें मुख्य परीक्षा आयोजित की जानी है।
जबकि यूपी एसएससी से होने वाली नियुक्तियों के लिए प्रदेश की योगी सरकार 2021 से प्रारंभिक अर्हता परीक्षा यानी पेट भी आयोजित कर रही है। बेरोजगार नौजवानों का कहना है कि 2023 में आयोजित हुई प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के बाद 11 भर्ती परीक्षाओं का नोटिफिकेशन जारी हुआ है। लेकिन अब तक भर्ती परीक्षाएं आयोजित नहीं हो सकी हैं।
हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा मानचित्रकार, आईटीआई अनुदेशक, शोध सहायक, ऑडिटर, असिस्टेंट ,अकाउंटेंट, वन दरोगा जैसे 40 से ज्यादा पदों पर भर्तियां आयोजित करता है। लेकिन उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा भर्ती परीक्षा न कराए जाने से लगातार बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। विरोध प्रदर्शन कर रहे युवा बेरोजगारों ने अपनी मांगों को लेकर अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय के माध्यम से सीएम योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भी भेजा है।
हम आपको बता दें कि हाल ही में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर सिंह ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद योगी सरकार ने आयोग के वरिष्ठ सदस्य ओ एन सिंह को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के स्थाई अध्यक्ष के लिए भी चयन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
रिपोर्ट विमल श्रीवास्तव