उज्जैन : सोमवार को नए साल के अवसर पर मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में पूजा करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त उमड़ पड़े।
इस अवसर पर उन्होंने यहां मंदिर में आयोजित वर्ष की पहली भस्म आरती में भी भाग लिया और बाबा महाकाल (भगवान शिव) का आशीर्वाद लिया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने वाले भक्त की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
‘भस्म आरती’ (राख से अर्पण) यहां का एक प्रसिद्ध अनुष्ठान है। यह ‘ब्रह्म मुहूर्त’ के दौरान सुबह लगभग 3:30 से 5:30 बजे के बीच किया जाता है। नए साल के मौके पर बाबा महाकाल का शृंगार किया गया और महाआरती भी की गई.
मंदिर के पुजारी आशीष पुजारी ने बताया, ‘परंपरा के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में बाबा महाकाल के पट खोले गए और उसके बाद पंचामृत, जिसमें दूध, दही, घी, चीनी और शहद शामिल है, से भगवान महाकाल का पवित्र स्नान कराया गया.’ इसके बाद बाबा महाकाल को चंदन, सुगंधित द्रव्य अर्पित किए गए और भांग से शृंगार किया गया।”
बाद में बाबा को कपड़े से ढककर ढोल-नगाड़ों और शंखनाद के साथ भस्म आरती की गई। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने यहां आकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया।