- मामला कन्नौज जिले में नाबालिक किशोरी से दुष्कर्म कांड का।
- दुष्कर्म कांड के आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख के भाई पर भी है घटनाक्रम के साक्ष्य प्रभावित करने सहित कई आरोप।
- घटनाक्रम के बाद से फरार चल रह था घटना का सह आरोपी नीलू यादव।
- पुलिस ने घोषित कर रखा था 25 हजार रुपये का इनाम, पुलिस की 7 टीमों के अलावा एसटीएफ भी कर रही थी नीलू यादव की तलाश।
कन्नौज जिले के हाई प्रोफाइल मामले पर हर किसी की नजरें गढ़ी हुई हैं। इसी मामले में आज मंगलवार को नाबालिक किशोरी से दुष्कर्म कांड के आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख नबाब सिंह के भाई नीलू यादव (जिस पर घटना के साक्ष्यों को प्रभावित करने का आरोप है) ने पुलिस और एसटीएफ को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। बताते चलें कि, पूर्व ब्लॉक प्रमुख और सपा नेता नबाब सिंह पर नाबालिक किशोरी से दुष्कर्म करने की घटना में एक दिन पूर्व आई डीएनए रिपोर्ट से सिद्ध होना बताया गया था। वहीं घटना के बाद से ही फरार चल रहे पूर्व ब्लॉक प्रमुख के भाई नीलू पर भी घटना क्रम के साक्ष्य प्रभावित करने जैसे कई आरोप लगे थे। जिले के एसपी अमित कुमार आनंद ने नीलू की गिरफ्तारी पर जहां 7 पुलिस टीमें लगाई थीं, वहीं एसटीएफ भी उसकी तलाश कर रही थी।
बताते चले कि बीती 11/12 की रात पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर एक नाबालिक किशोरी ने नौकरी देने के नाम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। घटना के दौरान पुलिस को सूचना दिये जाने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख को उसी के कॉलेज से गिरफ्तार किया था।
मौके पर नाबालिक किशोरी के अलावा उसकी बुआ को भी पकड़ा गया था। नबाब सिंह को पुलिस ने घटना के अगले दिन ही जेल भेज दिया था। जबकि घटना की सह आरोपी किशोरी की बुआ को भी किशोरी के बयान और उसके मां बाप की शिकायत पर घटनाक्रम में संलिप्तता पाते हुये चंद रोज बाद गिरफ्तार करके जेल भेजा था। हांलाकि, बुआ के मामले में कोर्ट में जमानत की अर्जी दाखिल होने के बाद आगामी 7 सितंबर को कन्नौज न्यायालय में सुनवाई होनी है।उपरोक्त घटना क्रम में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नबाब के भाई नीलू यादव को भी पुलिस में घटना में सह आरोपी बनाया था। नीलू पर घटनाक्रम के साक्ष्यों को प्रभावित करने जैसे कई आरोप हैं।
नबाब और किशोरी की बुआ को जेल भेजे जाने के बाद पुलिस ने नीलू यादव पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। अपनी गिरफ्तारी की खबर फैले ही नीलू यादव फरार हो गया था। नीलू के फरार होने के बाद एसपी अमित कुमार आनंद के निर्देशन में पुलिस की 7 टीमें नीलू की तलाश में कटरी से लेकर कई इलाकों में लगातार दविश दे रहीं थीं। वहीं पुलिस ने नीलू की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। विगत दिनों एटीएफ को भी नीलू की तलाश में लगाया गया था। लेकिन इससे पहले कि पुलिस नीलू की तलाश करती, पुलिस को चकमा देते हुये नीलू यादव ने मंगलवार को कन्नौज कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
सूत्र बताते हैं, कि नीलू सुबह साढ़े आठ बजे के करीब कोर्ट पहुंच गया था। वहीं वकीलों ने नीलू को सुबह सवा नौ बजे के करीब पाक्सो एक्ट कोर्ट में पेश भी कर दिया था।
जानकारी के मुताबिक उपरोक्त घटनाक्रम के दौरान यहां पुलिस बल की मौजूदगी नहीं थी। सुबह 11 बजे के करीब नीलू ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है, इस खबर पर पुलिस बल मुस्तैद नजर आया।फिलहाल अब नीलू द्वारा कोर्ट में सरेंडर किये जाने के बाद पुलिस आगे क्या रणनीति अपनाती है, ए तो आने वाला समय बतायेगा।
कन्नौज दुष्कर्म कांड के आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव के कोर्ट में सरेंडर के बाद नीलू के वकील राकेश तिवारी ने मीडिया को बताया कि नीलू पर पुलिस द्वारा लगाये गये आरोप गलत और मनगडंत हैं। अगर पुलिस ने नीलू पर 25 हजार रुपये के इनाम वास्तव में घोषित किया है, तो वो इनाम कोर्ट अथवा हमको दिया जाय। क्यों कि नीलू को कोर्ट में मेरे द्वारा पेश किया गया है। कन्नौज हाई प्रोफाइल मामला है।
पंकज कुमार श्रीवास्तव