आज से सावन माह की शरुआत हो गयी है. देश भर में शिवभक्तों का रेला नज़र आ रहा है. शिवालयों में सुबह होते ही भक्त भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए निकल पड़े. जानिये क्यूँ मनाते हैं श्रावण मास और कैसे करें पहले दिन की शरुआत.
नई दिल्ली: आज 14 जुलाई को सावन का पहला दिन है. आज ही से भगवान शिव के प्रिय माह सावन की शुरुआत हो रही है। सनातन धर्म में इस महीने को बहुत पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि सावन के इस महीने में शिव जी आशीर्वाद देने के लिए कैलाश से साक्षात जमीन पर उतर आते हैं. देशभर में शिव मंदिर भोलेनाथ की जय जय कार से गूंजने लगते. हैं. कहा जाता है की यह पूरा महीना शिव जी की पूजा अर्चना में समर्पित है.
जानिये सावन माह की कहानी
माना जाता है कि पौराणिक काल के दौरान ,सावन माह में ही समुद्र मंथन हुआ था. संसार की सुरक्षा के लिए मंथन से निकले कालकूट विष को भगवान शिव पी गए थे और उनका कंठ नीला पड़ गया था. सभी देवी-देवताओं ने शिवजी को ठीक करने और विष के प्रभाव को कम करने के लिए उनपर शीतल जल चढ़ाया था. तभी से शिवजी को जल बहुत प्रिय है और इसलिए शिवभक्त सावन में उनको जल अर्पित करते हैं. यह भी कहते हैं कि शिवजी ने इसी महीने में देवी पार्वती से विवाह किया था. इसलिए भगवान शिव को यह माह बहुत प्रिये है और इसलिए इस माह में व्रत, उपासना और कथा का तथा अभिषेक का महत्व बताया गया है.
कैसे करें पहले दिन का शुभारम्भ
इस माह की शुरुआत करने के लिए शिवलिंग पर सुबह जल अर्पित करें और दूध से अभिषेक करें. लेकिन ध्यान रखें कि तांबे से दूध बिल्कुल न चढ़ाएं. शिव पंचाक्षर स्तोत्र जप करें पूजा के बाद जलपान या फलाहार करें. रुद्राक्ष पहनने के लिए सावन का महीना सबसे उपयुक्त है. पूजा के दौरान शिव जी को बेल पत्र और जल चढ़ाएं. सावन के पहले दिन भोलेनाथ के मंदिर में शिव चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से दोगुना पुण्य मिल सकता है। साथ ही पूजा के दौरान भगवान शिव की आरती करें और भोग लगाएं।
महाकाल मंदिर में भक्तों का सैलाब
आपको बाते दें कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में सावन माह की शुरुआत बड़े ही धूम धाम के साथ हुई. सुबह 3 बजे बाबा के पट खोले गए, इसके बाद जल अर्पित किया गया, फिर महाकालेश्वर का दूध, घी, दही , शक्कर, शहद से अभिषेक किया गया और उसके बाद बाबा का श्रृंगार कर भस्म आरती की गई. महाकाल मंदिर के महेश पुजारी ने बताया कि सावन मास शिव जी का दिन होता है और इस कारण शिव भक्तों में बड़ा उत्साह दिख रहा है और ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में बड़ा उत्सव देखने को मिलता है. महाकालेश्वर दक्षिण मुखी है और दक्षिण मुखी होने की वजह से 12 ज्योतिर्लिंग में इस ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व माना जाता है.
CM योगी ने मानसरोवर मन्दिर में की शिव अर्चना
सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के जिला गोरखपुर में सावन माह के पहले दिन मानसरोवर मंदिर पहुंचकर शिव अर्चना की है. आपको बता दे कि हिंदू धर्म में को भगवान भोलेनाथ की भक्ति का महीना माना गया है। इस अवसर पर CM योगी जी को मनसरोवर मंदिर में भोले बाबा की पूजा अर्चना में लीन देखा गया.