कानपुर: मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत बकाया मजदूरी का भुगतान शुरू हो गया है। बीते दिन, 3 करोड़ रुपये मजदूरों के बैंक खातों में जमा किए गए। शेष धनराशि के भुगतान के लिए प्रयास जारी हैं। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी मजदूरों को उनकी मजदूरी मिल जाएगी।
मुख्य बिंदु:
3 करोड़ रुपये का भुगतान: बीते दिन, 3 करोड़ रुपये मजदूरों के बैंक खातों में जमा किए गए।
शेष धनराशि का भुगतान: शेष 10.45 करोड़ रुपये का भुगतान जल्द ही किया जाएगा।
बकाया मजदूरी: नवंबर 2023 से मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिली थी।
जिलाधिकारी का हस्तक्षेप: जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए शासन से बकाया मजदूरी का भुगतान करने का आग्रह किया था।
उपायुक्त मनरेगा का आश्वासन: उपायुक्त मनरेगा रवींद्रवीर सिंह यादव ने कहा है कि सभी मजदूरों को जल्द ही उनकी मजदूरी मिल जाएगी।
विश्लेषण:
मनरेगा के तहत बकाया मजदूरी का भुगतान शुरू हो गया है।
शेष धनराशि का भुगतान जल्द ही किया जाएगा।
जिलाधिकारी और उपायुक्त मनरेगा ने मजदूरों को जल्द ही उनकी मजदूरी मिलने का आश्वासन दिया है।
निष्कर्ष:
मनरेगा मजदूरों को उनकी बकाया मजदूरी मिलने लगी है।
शासन इस मामले में गंभीर है और जल्द ही सभी मजदूरों को उनकी मजदूरी मिल जाएगी।
अतिरिक्त जानकारी:
मनरेगा के तहत, ग्रामीण श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार गारंटी दी जाती है।
मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया जाता है।
मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और गरीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।