पंजाब : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने ‘वीर बाल दिवस’ पर स्कूलों में बच्चों द्वारा खेले जाने वाले नाटकों में साहिबजादों की शारीरिक प्रस्तुति पर कड़ा रुख अपनाया है।
इसे सिख सिद्धांतों के खिलाफ बताते हुए एसजीपीसी ने आज भारत सरकार के शिक्षा, संस्कृति और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के साथ-साथ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से स्पष्टीकरण मांगा।
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि बिहार, मध्य प्रदेश और दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में बच्चों ने ‘वीर बाल दिवस’ पर साहिबजादों की भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, ”हमने संबंधित मंत्रालयों और सीबीएसई से स्पष्टीकरण मांगा है।”
एसजीपीसी ने ‘वीर बाल दिवस’ नामकरण पर आपत्ति जताई थी और केंद्र से इसका नाम बदलकर ‘साहिबजादे शहादत दिवस’ करने की सिफारिश की थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। “अकाल तख्त के निर्देशों के अनुसार, हमने इसका नाम बदलने के लिए केंद्र को लिखा था, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया। जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर है,” उन्होंने कहा।