दिल्ली में सड़क दुर्घटनाएं: एक चिंताजनक स्थिति

15 Jun, 2024
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दिल्ली, भारत के उन शहरों में से एक है जहां सड़क दुर्घटनाएं एक गंभीर समस्या है। 2001 में “दिल्ली रोड क्रैश फैटलिटीज रिपोर्ट” के अनुसार, शहर में साल भर में 1199 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1238 लोगों की मौत हो गई। इसका मतलब है कि हर दिन औसतन चार लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। यह रिपोर्ट दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा प्रकाशित की गई थी, और यदि पूरे दिल्ली एनसीआर क्षेत्र का डेटा शामिल किया जाए तो यह आंकड़ा 10 तक पहुंच जाता है।

यह चिंताजनक है कि इतनी अधिक दुर्घटनाओं के बावजूद, दिल्ली की सड़कों को अक्सर “सुरक्षित” माना जाता है। रोड रेज, तेज गति, शराब का सेवन, और तनाव अक्सर इन दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराए जाते हैं।

अब ये सोचने वाली बात है कि इतने एक्सीडेंट्स के बाद भी यहां की सड़कों को सुरक्षित का टैग क्यों दिया जाता है।

वहीं दिल्ली को स्विट्जरलैंड और लंदन जैसे बनाने के दावे किए गए थे । उसके हाल किस प्रकार है यह दिल्ली का मंगोल पूरी रिंग रोड है जो पीरा गढ़ी और मधुबन चौक को जोड़ता है जिसके हालत कई किलोमीटर तक खराब है रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे नजर आते हैं जिसकी वजह से लोगों ने बताया रोजाना यहां हादसे होते हैं I

यहां दिल्ली की कुछ सड़कों की स्थिति का वर्णन किया गया है:

  • मंगोल पूरी रिंग रोड: यह रिंग रोड पीरा गढ़ी और मधुबन चौक को जोड़ता है। कई किलोमीटर तक सड़क खराब हालत में है, जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन गड्ढों के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं, जिससे लोग घायल होते हैं और मारे भी जाते हैं।
  • अन्य सड़कें: दिल्ली में कई अन्य सड़कें भी हैं जो खराब हालत में हैं, जिनमें गड्ढे, टूटी हुई सड़कें, और खराब जल निकासी शामिल हैं।

मानसून के मौसम के करीब आने के साथ, इन सड़कों की स्थिति और भी खराब होने की संभावना है, जिससे जलभराव और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाएगा।

राजधानी दिल्ली से रोनित मोर्या की रिपोर्ट

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