Ashram Chowk Underpass: अक्सर जाम की समस्या से जूझती दिल्ली की जनता को बड़ी राहत मिलने वाली है. राष्ट्रीय राजधानी में पूरे साल जाम से जूझते रहने वाले आश्रम चौराहे पर करीब आठ बार समय सीमा को पार कर चुका 750 मीटर लंबा अंडरपास सालभर की देरी के बाद 2 अप्रैल से आम लोगों के लिए खुल जाएगा, जिससे लाखों यात्री लाभान्वित होंगे.
नई दिल्ली: दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में आश्रम अंडरपास पर शेष काम को पूरा करने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) 2 अप्रैल तक उस सुविधा पर यातायात की आवाजाही पर प्रतिबंध लागू करेगा.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा बुधवार को जारी एडवाइजरी के अनुसार, अंडरपास के दोनों कैरिजवे – न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी से भोगल और भोगल से न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की ओर जाने वाले ट्रैफिक के लिए- सुबह 8 से 10.30 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक यात्रियों के लिए खुले रहेंगे. यह व्यवस्था शनिवार (2 अप्रैल) तक यथावत रहेगी. ट्रैफिक पुलिस ने वाहन चालकों को सलाह दी है कि वे उसी के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं.
आश्रम अंडरपास का ट्रायल 22 मार्च से किया जा रहा है और रात 10 बजे से सुबह 7 बजे के बीच अंडरपास में वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं है. पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रैम्प के कवर पर शेष काम और अंतिम मेंटनेंस का काम रात में किया जा रहा है. अधिकारी ने नाम न जाहिर होने देने की शर्त पर कहा कि हम व्यवधान की अवधि के दौरान शेष सभी कार्य कर रहे हैं. अंडरपास का उद्घाटन 2 अप्रैल, 2022 को होने की संभावना है.
इस अंडरपास की आधारशिला 24 दिसंबर, 2019 को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रखी थी और इसे एक साल में बनकर तैयार किया जाना था. पीडब्ल्यू अधिकारियों ने बताया कि पहले समय सीमा मार्च, 2021 तक बढ़ायी गयी, फिर उसे जून, 2021 , उसके बाद सितंबर, 2021 किया गया। एक बार फिर समय सीमा बढ़ाकर पहले दिसंबर, 2021 की गयी एवं और आखिरी बाद उसे मार्च, 2022 किया गया.
आश्रम चौक मध्य एवं दक्षिण दिल्ली तथा फरीदाबाद को आपस में जोड़ने वाला एक अहम कड़ी है. यह जंक्शन मथुरा रोड एवं रिंग रोड (लाजपत नगर-सराय काले खा एवं डीएनडी फ्लाईओवर) को जोड़ता है. यातायात पुलिस के अनुसार इस चौराहे से रोजाना सबसे अधिक भीड़भाड़ के दौरान करीब ढाई लाख वाहन गुजरते हैं. पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि अंडरपास के निर्माण को पूरा होने में पहले कोविड-19 लॉकडाउन तथा फिर प्रदूषण नियंत्रण को लेकर निर्माण गतिविधियों पर लगायी गयी पाबंदी की वजह से देरी हुई.