गुरु का स्थान परमात्मा से भी ऊँचा माना जाता है. जीवन में गुरु के योगदान और महत्त्व का कोई मोल नहीं हैं. आइये जानते हैं भारत में क्यों मनाते हैं गुरु पूर्णिमा.
नई दिल्ली: आज 13 जुलाई को देश में गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है. भारत में गुरु पूर्णिमा का बहुत महत्व है. सनातन धर्म में आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है. हिन्दू धर्म के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था. माना जाता है कि सबसे पहले वेदों की शिक्षा देने वाले महर्षि वेदव्यास ही थे और उनको प्रथम गुरु का दर्जा भी दिया गया है. गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं.
गुरु पूर्णिमा का महत्त्व
शास्त्रों के अनुसार, पौराणिक काल के महान व्यक्तित्व, ब्र्हम्सुत्र, महाभारत, और अट्ठारह पुराण जैसे अद्भुत साहित्यों की रचना करने वाले महर्षि वेदव्यास का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा को ही हुआ था. यह पर्व वेदव्यास जी की जयंती के रूप में भी मनाया जाता जाता है. अज का दिन गुरुयों के पूजन को समर्पित है. गुरु से मंत्र प्राप्त और गुरु की सेवा करने के लिए यह दिन श्रेष्ठ माना जाता है.
पूजन विधि का तरीका
आज यानी गुरु पूर्णिमा के दिन पूजन विधि करना बहुत अहम माना जाता है. किसी भी साफ स्वच्छ जगह पर या पूजा के स्थान पर एक सफ़ेद कपड़ा बिछाकर व्यास पीठ का निर्माण करना चाहिये और वेदव्यास जी की मूर्ती या तस्वीर को स्थापित करना चाहिये. और उसके बाद रोली, फूल, चन्दन, आदि प्रतिमा को चढ़ाएं. गुरु पूर्णिमा के दिन शुक्रदेव और शंकराचार्य जैसे गुरुयों का भी आह्वान करना चाहिये.
PM मोदी ने शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पूर्णिमा’ के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और इसे मानव जाति को प्रेरित करने तथा जीवन सार बताने वाले सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करने का दिन बताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘गुरु पुर्णिमा की बधाई. यह उन सभी अनुकरणीय गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है, जिन्होंने हमें प्रेरित किया, हमें मार्ग दिखाया और हमें जीवन के बारे में इतना कुछ सिखाया. हमारा समाज सीखने और ज्ञान अर्जित करने को अत्यधिक महत्व देता है. कामना करता हूं कि हमारे गुरुओं का आशीर्वाद भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाए.’ प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आषाढ़ पूर्णिमा’ की भी शुभकामनाएं दी.
CM योगी ने की विशेष साधना
आपको बता दें कि सीएम योगो आदित्यनाथ ने आज गुरु पूर्णिमा के दिन गोरखनाथ मंदिर में विशेष पूजा की. गुरु के चरणों में वंदना के बाद गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं और कहा कि गुरु के प्रति सच्ची आस्था होनी चाहिए। इस मौके पर सीएम योगी ने बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर आज शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ का विशेष पूजन किया और उन्हें रोट का प्रसाद भी चढ़ाया। मुख्यमंत्री योगी ने गुरु पूर्णिमा पर देश को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं और जारी शुभकामना सन्देश में उन्होंने कहा है कि गुरु पूर्णिमा गुरु-पूजन का पर्व है।
गुरु पूर्णिमा पर दिखेगा सुपरमून
आज 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के मौके पर दुनिया अनोखे चांद का दीदार कर पायेगी। हर रोज की तुलना में आज के दिन आपको चांद बहुत बड़ा, चमकीला और गुलाबी नज़र आने वाला है. बाते दें कि इसको साल 2022 की सबसे बड़ी खगोलीय घटनाओं में से एक आज 13 जुलाई को देखा जा सकता है. सुपरमून का मतलब होता है कि इस दौरान चांद अपनी आकार से ज्यादा बड़ा और चमकदार दिखाई देता है क्योंकि इस दौरान चांद और धरती की दूरी बहुत कम हो जाती है और चांद धरती के पास आ जाता है। ऐसे में गुरु पूर्णिमा के इस अवसर पर दुनिया को अनोखे चांद का दीदार करने का मौका मिलेगा।