नई दिल्ली: आज से बजट सत्र शुरु हो चुका है और कल संसद में बजट 2023-24 पेश किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 को पेश किया। इसके साथ ही देश के लिए आगे की आर्थिक दिशा और दशा क्या होगी, कल इसका खाका देश के सामने होगा लेकिन इससे पहले जानिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण की दस बड़ी बातें……
आत्मनिर्भर भारत को लेकर भाषण की शुरुआत में कही थी यह बात…
राष्ट्रपति मुर्मू ने भाषण की शुरुआत में ही साफ कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है, जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जो आत्मनिर्भर हो।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को लेकर राष्ट्रपति ने कहा…
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने भाषण में जोर देकर कहा कि उनकी सरकार की बड़ी उपलब्धि महिला सशक्तिकरण की रही है। इसके लिए उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का उदाहरण दिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना की लगभग आधी लाभार्थी महिलाएं ही हैं। पिछले साल के भाषण में भी इस बिंदु पर खास जोर दिया गया था। तब महिलाओं के विवाह की न्यूनतम उम्र बढ़ाकर 21 साल करने और 28 लाख से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों को 65,000 करोड़ रुपए की वित्तीय मदद का हवाला दिया गया था।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर राष्ट्रपति ने कहा…
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार किसानों को खास तरजीह देने की बात दोहराते आई है। सरकार 11 करोड़ से ज्यादा छोटे किसानों का खास ध्यान रख रही है। यह बात प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के संदर्भ में कही गई। इसका जिक्र पिछले साल के भाषण में भी किया गया था और कहा गया था कि 11 करोड़ से अधिक किसानों को योजना के तहत 1.8 लाख करोड़ रुपए हस्तांतरित किए गए।
कोविड 19 को लेकर राष्ट्रपति ने कहा…
कोविड 19 को लेकर राष्ट्रपति ने कहा, पिछले कुछ सालों में देखें तो सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए कोविड महामारी एक ऐसी घटना के रूप में सामने आई, जो सदियों में सामने आती है। भले ही महामारी के मामले बहुत कम हो गए हैं और इससे मरने वालों की संख्या में काफी कमी आ गई हो, लेकिन अभी भी इसका साफ असर दिख जाता है। कई सेक्टर अभी भी महामारी के असर से बाहर नहीं निकल पाए हैं। अर्थव्यवस्था भी अभी पूरी तरह से नहीं उबर पाई है। पिछले साल के संबोधन को देखें तो राष्ट्रपति कोविंद ने टीकाकरण और स्वास्थ्य की बुनियादी संरचनाओं पर सरकार के खर्च को हाइलाइट किया था। इस साल के संबोधन में राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि किस तरह से सरकार ने महामारी के दौरान लोगों की बुनियादी जरूरतों का ध्यान रखा था।
अर्थव्यवस्था को लेकर राष्ट्रपति ने कही यह बड़ी बात…
इस बार के अभिभाषण में कहा गया कि अब देश पॉलिसी पैरालिसिस की चर्चा से बाहर निकल चुका है और इसी कारण देश अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले साल जीएसटी कलेक्शन, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, विदेशी मुद्रा भंडार और निर्यात आदि का हवाला दिया गया था।
स्टार्टअप्स को लेकर राष्ट्रपति ने यह कहा…
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरकार ने इनोवेशन और आंत्रप्रिन्योरशिप पर बहुत जोर दिया है. इस कारण देश अब इनोवेशन के मामले में 40वें पायदान पर पहुंच गया है और स्टार्टअप्स की संख्या नब्बे हजार के पार हो गई है। पिछले साल कहा गया था कि 2016 से देश के 56 क्षेत्रों में 60,000 स्टार्टअप्स स्थापित किए गए हैं।
सुरक्षा क्षेत्र को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू ने कही यह बात…
रक्षा क्षेत्र हमेशा ही सरकारों की प्राथमिकता में रहता आया है। इसी कारण इस क्षेत्र के कार्यों को खूब हाइलाइट भी किया जाता है। इस बार राष्ट्रपति ने बताया कि सरकार के प्रयासों से रक्षा निर्यात छह गुना हो गया है और देश को आईएनएस विक्रांत के रूप में पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर मिला है। पिछले साल भी रक्षा क्षेत्र और सैन्य जरूरतों के स्वदेशीकरण का जिक्र किया गया था और बताया गया था कि किस तरह से सेना की जरूरत की चीजें देश में ही बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में सड़कों को लेकर कही यह बड़ी बात..
यह सरकार सड़कों के निर्माण में तेजी को अपनी मुख्य उपलब्धियों में गिनाती है। स्वाभाविक है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में इसका जिक्र हो। इस बार राष्ट्रपति ने कहा कि 2014 तक जितनी ग्रामीण सड़कें बनी थीं, लगभग उतनी लंबाई के बराबर ग्रामीण सड़कें उसके बाद से अब तक बन चुकी हैं। इससे गांवों में रोजगार, शिक्षा, खेती आदि पर व्यापक असर पड़ा है। पिछली बार भारतमाला परियोजना का जिक्र किया गया था।
रेलवे को लेकर राष्ट्रपति ने यह कहा…
इस बार बताया गया कि भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है। देश के रेलवे मैप में दुर्गम क्षेत्र जुड़ रहे हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में देश को अत्याधुनिक ट्रेनें मिल रही हैं। पिछले साल रेलवे मार्ग के बिजलीकरण की बात कही गई थी और बताया गया था कि 2014-21 के दौरान 24,000 किलोमीटर रेलवे मार्ग को बिजलीकृत किया गया।
मुफ्त खाद्यान्न योजना को लेकर राष्ट्रपति ने यह कहा…
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इस बात का हमेशा ध्यान रखा कि देश में कोई गरीब परिवार भूखा नहीं सोए। इस कारण प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत सरकार साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। पिछले साल तत्कालीन राष्ट्रपति कोविंद ने इस योजना पर 2.6 लाख करोड़ रुपए खर्च होने और इसे मार्च 2022 तक बढ़ाए जाने की जानकारी दी थी।
Edit By Deshhit News