श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के पायलट बाबा का कल मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था, उनके असमायिक निधन की ख़बर से अखाड़े सहित समस्त संत समाज में शोक की लहर व्याप्त है। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक “श्री महंत” हरी गिरी महाराज के निर्देश पर “श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा”
की, प्रदेश की मुख्य पीठों,आश्रमों एवम् शाखाओं पर शोक सभा व शांति पाठ का आयोजन किया जा रहा है और “श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा” द्वारा तीन दिन का शोक घोषित किया गया है।
अखाड़े द्वारा घोषित तीन दिन के शोक में “पायलट बाबा” की आत्मा की शांति हेतु, विशेष पूजा की जायेगी। श्री “पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा” के आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी, एवम्
बाघंबरी मठ के महंत “बलवीर गिरी महाराज” जी ने बताया, कि कल अर्थात् बुधवार को ”पायलट बाबा” को समाधि दी जायेगी जिसमें देश दुनिया के विभिन्न कोने से स्वामी जी के भक्त हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
श्री महंत हरी गिरी महाराज ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पायलट बाबा एक योगी व समाज की देश की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले संत थे।
वर्ष 1974 में दीक्षा लेकर जूना अखाड़े में शामिल हों अपनी सन्यास यात्रा प्रारंभ की थीं।
सन्यास आश्रम से पूर्व “ पायलट बाबा” भारतीय वायुसेना में पायलट के रूप में कार्यरत रहे थें और उवर्ष 1962, 1965, 1971 के हुए युद्ध में ” विंग कमांडर के पद पर रहते हुए युद्ध में भीं भाग लिया था।
संदीप उपाध्याय
हरिद्वार