नई दिल्ली: राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान के बाद लगातार हंगामा मचा हुआ है और इस हंगामे का सबसे ज्यादा असर दोनों सदनों में पड़ रहा है। पिछले सात दिनों से राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही रद्द हो रही है। आज भी दोनों संसद की कार्यवाही सभापतियों ने यह कहकर आगे नहीं बढ़ाई कि जब तक सदन सुचारू रूप से नहीं चलेगा, तब तक किसी भी नोटिस पर विचार नहीं किया जाएगा। बता दें, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग के नोटिसों को खारिज कर दिया। इसके बाद विपक्षी सांसद हंगामा करने लगे। हंगामे के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने आगे की कार्यवाही पर रोक लगा दी। वहीं, लोकसभा में भी जोरों शोरों से किए जा रहे हंगामे के बाद कार्यवाही रद्द कर दी गई। बता दें, मंगलवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राहुल गांधी पर माफी मांगने पर जोर डाला।
राहुल गांधी को मांफी तो मांगनी पड़ेगी, हम मंगवा कर ही रहेंगे – संबित पात्रा
संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी रोज राहुल गांधी को मांफी मांगने को क्यों कहती है? उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ब्रिटेन और अमेरिका से इस तरह की मांग लंदन में बैठकर करेंगे तो ठीक नहीं है। हमारा मानना है कि यह विषय है नहीं, बल्कि साजिश है। राहुल गांधी को मांफी तो मांगनी पड़ेगी, हम मंगवा कर ही रहेंगे। ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी बिना माफी मांगे निकल जाएंगे। राफेल केस में भी उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी और आज उन्हें संसद के पटल पर भी माफी मांगनी पड़ेगी।”
मीर जाफर ने जो किया था, नवाब बनने के लिए वही राहुल गांधी ने लंदन में किया है – संबित पात्रा
संबित पात्रा ने आगे कहा कि “मीर जाफर को मांफी मांगनी ही पड़ेगी। आज की राजनीति के मीर जाफर हैं राहुल गांधी। मीर जाफर ने जो किया था, नवाब बनने के लिए और जो राहुल गांधी ने लंदन में किया है। वो ठीक वही है। शहजादा नवाब बनना चाहता है। आज के मीर जाफर को माफी मांगनी ही पड़ेगी। शहजादे, ये नहीं चलेगा… शहजादा नवाब बनना चाहता है, इसके लिए विदेशी ताकतों से मदद मांग रहे हैं।”
शहजादे, आपने देश का अपमान किया है – संबित पात्रा
उन्होंने आगे कहा कि “विदेशी जमीन पर जाकर मीर जाफर का काम करने वाले शहजादे को हम भाजपा के रूप में नहीं बल्कि इस देश की जनता के रूप में ये आदेश देते हैं कि आपको माफी मांगनी ही पड़ेगी। शहजादे, आपने देश का अपमान किया है। विदेश में जाकर देश के खिलाफ बोलना उनके लिए बहुत साधारण बात है।”
कौन है मीर जाफर? जिसकी तुलना संंबित पात्रा ने राहुल गांधी से की
18 वीं शताब्दी में सिराजुद्दौला बंगाल के नवाब थे। मीर जाफर उनका सेनापति था। अंग्रेजों ने बड़ी आसानी से मीर जाफर को नवाब बनने का सपना दिखाकर अपने पाले में कर लिया था। मीर जाफर की हवेली पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के लागबाग इलाके में स्थित है। जिसे नमक हराम ड्योढ़ी भी कहा जाता है। देश में जब कभी-भी ब्रिटिश शासनकाल के नींव रखने की चर्चा होती तो एक नाम-मीर जाफर के बिना अधूरी माना जाता है। मीर जाफर वो नाम है। जिसे भारतीय इतिहास में सबसे बड़ा गद्दार कहा जाता है। अंंग्रेजों के चर्चित फार्मूला ‘फूट डालो शासन करो’ का शायद नींव भी मीर जाफर ने ही रखी थी। तभी तो उनके हवेली को आज भी ‘नमक हराम ड्योढ़ी’ के नाम से पुकारा जाता है। भारतीय इतिहास में देशवासियों को सबसे ज्यादा तकलीफ में डालने वाले मीर जाफर ही है। महज बंगाल का नवाब बनने के ख्वाइश को पूरा करने के लिये पूरे देश को ही दांव पर लगा दिया था। जिसके बाद ही अंग्रेज शासन की डोर मजबूत होती गई। कभी सोने की चिड़िया के नाम से प्रसिद्ध भारत के लिये वो कालखंड सबसे भयावह रहा। जब मीर जाफर ने तबके प्लासी के युद्ध में अंग्रेज अफसर रॉबर्ट क्लाइव के साथ हाथ मिला लिया था।
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