नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में आग लगने से हुई आठ लोगों की मौत ने राज्य की राजनीति में उबाल ला दिया है। सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में बीरभूम नरसंहार सहित विभिन्न मामलों को लेकर टीएमसी और भाजपा के विधायकों के बीच हाथापाई और मारपीट हो गई। इसके चलते भाजपा के पांच विधायकों को निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, सत्तारूढ़ दल टीएमसी और ममता बनर्जी की सरकार पर विधानसभा को नरजदांज करने के खिलाफ बंगाल बीजेपी के विधायकों ने विधासनभा में जमकर हंगामा मचाया. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सत्र की शुरुआत में कहा कि मुख्यमंत्री ने सत्र के बाहर सीट के गठन से लेकर मुआवजे की सभी घोषणाएं की हैं, लेकिन विधासनभा की कोई जानकारी नहीं दी. बीजेपी के विधायकों ने नारेबाजी के साथ साथ उनकी सुरक्षाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई. इतना ही नही, बीजेपी के विधायकों ने कागज के टुकड़े फाड़कर स्पीकर पर उड़ाया और बेल में उतरकर नारेबाजी की. बीजेपी विधायकों की नारेबाजी के बाद टीएमसी के विधायक भी बेल में उतर गये और आपस में भिड़ गये.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा
मंत्री फिरहाद हकीम ने बीच-बचाव की कोशिश की लेकिन वह असफल रहे. इसी बीच विधायक नरहरि महतो गिर गये. वहीं, बीजेपी के विधायक मनोज टिग्गा के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई और उनके कपड़े भी फाड़ दिए गये. जिसके बाद, बीजेपी के विधायकों ने जमकर हंगामा शुरू किया. वहीं, टीएमसी विधायक असित मजूमदार ने भी दावा किया कि हंगामे के दौरान उन्हें चोटें आईं।
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हालाँकि, भाजपा नेता अमित मालवीय ने सदन के अंदर मची अफरा-तफरी का एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया जिसमे विधायकों का समूह एक-दूसरे पर चिल्लाते और धक्का देते देखा जा सकता है. जिसके लिए भाजपा के पांच विधायक सुवेंदु अधिकारी, मनोज तिग्गा, नरहरि महतो, शंकर घोष और दीपक बर्मन को निलंबित कर दिया गया है। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि वे बीरभूम हिंसा मामले पर चर्चा की मांग कर रहे थे। इस दौरान टीएमसी के विधायकों ने उनके साथ मारपीट की।
बता दें, बंगाल के बीरभूम में 22 मार्च को अज्ञात हमलावरों ने 10 घरों में पेट्रोल बम फेंक कर आग लगा दी थी जिससे आठ लोगों की मौत हो गई थी।