केंद्रीय आवास एवं शहरी मामला मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि करीब 5,200 फ्लैट बनकर तैयार हो गए हैं, जबकि 2,300 फ्लैट इस साल के आखिर तक बन जाएंगे।
नई दिल्ली: गौरतलब है कि दिसंबर में दिल्ली में एमसीडी चुनाव है। जिसे लेकर आम आदमी पार्टी, काग्रेंस और बीजेपी कोई न कोई दांव चल रही है। इसी कड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कालकाजी में ‘इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन’ प्रोजेक्ट के तहत झुग्गीवासियों के लिए बनाए गए 3,024 EWS फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में शाम 4:30 बजे भूमिहीन कैंप में लाभार्थियों को उनके नए घर की चाबी सौंपेगे। प्रधानमंत्री इसके साथ ही परियोजना में तैयार हुए 3024 फ्लैट्स का उद्घाटन भी करेंगे।
345 करोड़ो का लागत से किया गया है फ्लैटों का कंस्ट्रक्शन
गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा हो चुका है और 3024 फ्लैट बन के बिल्कुल तैयार हैं। जानकारी के मुताबिक, इन फ्लैटों का कंस्ट्रक्शन लगभग 345 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और ये सभी बेस्ट सुविधाओं से लैस हैं, जिनमें विट्रिफाइड फर्श टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स के साथ फिनिशिंग दी गई है। इसमें किचन में उदयपुर के ग्रीन मार्बल काउंटर आदि का इस्तेमाल किया गया है।
3000 झुग्गिवासियों को उनके फ्लैट की चाबी सौपेंगे पीएम मोदी
यह सभी फ्लैट दक्षिण दिल्ली के कालकाजी में इनसिटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत बनाए गए हैं। दिल्ली के विज्ञान भवन में कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी कालकाजी में इनसिटू स्लम परियोजना के पहले चरण में 3000 लोगों को उनके आवास की चाबी व जरूरी दस्तावेज देंगे।
25000 हजार फ्लैट बनाना है पुनर्वास प्रोजेक्ट का मकसद
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामला मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार तीन स्थान पर इनसिटू परियोजना(जहां झुग्गी वहीं मकान) में कुल 25000 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। कालकाजी एक्सटेंशन में डीडीए के सहयोग से विभिन्न स्थान पर परियोजना को पूरा किया जा रहा है।
5,200 फ्लैट बनकर तैयार हो गए है
उल्लेखनीय है कि आवासीय योजनाएं लाने के साथ- साथ डीडीए इनसिटू परिसोजना के तहत ईडब्ल्यूएस फ्लैट बनाने पर भी फोकस कर रहा है। इसी दिशा में 25 हजार फ्लैट्स बनने हैं। करीब 5,200 फ्लैट बनकर तैयार हो गए हैं, जबकि 2,300 फ्लैट इस साल के आखिर तक बन जाएंगे। इसके अलावा शेष फ्लैटों का निर्माण कार्य भी इसी वर्ष शुरू होने की संभावना है।
उचित सुख-साधनों एवं सुविधाओं से लैस बेहतर और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है पुनर्वास प्रोजेक्ट का मकसद
इस पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी क्लस्टरों में रहने वालों को उचित सुख-साधनों एवं सुविधाओं से लैस बेहतर और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है। डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएं शुरू की हैं। कालकाजी एक्सटेंशन परियोजना के अंतर्गत कालकाजी स्थित भूमिहीन कैंप, नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप नामक तीन झुग्गी-झोपड़ी क्लस्टरों का यथास्थान पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। चरण-I के तहत खाली पड़े एक नजदीकी वाणिज्यिक केंद्र स्थल पर 3024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है। भूमिहीन कैंप के पात्र परिवारों को नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में पुनर्वासित करके भूमिहीन कैंप की झुग्गी-झोपड़ी वाली जगह को खाली किया जाएगा। भूमिहीन कैंप वाली जगह खाली कराने के बाद इस जगह का उपयोग दूसरे चरण में नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप के पुनर्वास के लिए किया जाएगा।
फ्लैट में सारी सुविधा की गई है उपलब्ध
इस प्रोजेक्ट में सामुदायिक पार्क, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, पानी की पाइपलाइन, लिफ्ट, आदि जैसी सार्वजनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से फ्लैटों का आवंटन लोगों को मालिकाना हक के साथ-साथ सुरक्षा की भावना भी प्रदान करेगा।
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