इंटरपोल का मुख्य कार्य अंतरराष्ट्रीय पुलिस के अंर्तगत आने वाले सभी अपराधिक मामले को सुलझाने के लिए सदस्य देशों के रूप में इंटरपोल काम करती है।
नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंटरपोल की 90वीं महासभा को संबोधित करेंगे। बैठक में 195 इंटरपोल सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। इसमें मंत्री, देशों के पुलिस प्रमुख, राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल होंगे। आपको बता दें, इंटरपोल की 90वीं महासभा 18 से 21 अक्टूबर तक होगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 21 अक्टूबर को महासभा के अंतिम दिन महासभा में हिस्सा लेंगे। इंटरपोल की 90 वीं महासभा दिल्ली के प्रगति मैदान में रखी जाएगी। आज से शुरू हो रहे इस महासभा में इंटरपोल के अध्यक्ष अहमद नासर अल रायसी, महासचिव जुर्गन स्टॉक और केंद्रीय जांच ब्यूरो के निदेशक भी मौजूद रहेंगे।
इंटरपोल का फुलफॉर्म क्या है?
इंटरपोल का पूरा नाम – अन्तरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संस्था International Criminal Police Organization. है।
इंटरपोल क्या है?
इंटरपोल दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है। इस संगठन में 192 देश हैं। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य दुनिया की पुलिस को इतना सक्षम बनाना है कि पूरी दुनिया रहने के लिए एक सुरक्षित स्थान बन सके।
इंटरपोल की स्थापना कब हुई ?
इंटरपोल की स्थापना का सबसे पहला विचार 1914 में मोनाको में आयोजित पहली अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस कांग्रेस में हुआ था।आधिकारिक तौर पर इसकी स्थापना 7 सितम्बर 1923 में ‘अंतर्राष्ट्रीय अपराध पुलिस आयोग’ के रूप में की गयी थी। इंटरपोल का पहला मुख्यालय वर्ष 1923 में वियना (ऑस्ट्रिया) में बनाया गया था और बाद में इसे वर्ष 1989 में लियोन (फ्रांस) स्थानांतरण कर दिया गया था। भारत वर्ष 1938 को इंटरपोल का सदस्य बना था तो अब इंटरपोल का मुख्यालय फ्रांस के लियोन शहर में स्थित है।
इंटरपोल का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- इसके मुख्य कार्य अंतरराष्ट्रीय पुलिस के अंर्तगत आने वाले सभी अपराधिक मामले को सुलझाने के लिए सदस्य देशों के रूप में इंटरपोल काम करती है।
- अंतरराष्ट्रीय अपराध को कम करने के लिए सदस्य देशों की पुलिस को सक्षम बनाना इंटरपोल के मुख्य उद्देश्य होता है।
- वहीं इंटरपोल के आधार पर सभी सदस्य देशों को सुरक्षित रखना इसी के साथ संचार प्रणाली से देशों में जानकारीयां साझा करना इसका उद्देश्य है। इंटरपोल पुलिस की अपराध और अपराधियों से संबंधित सूचनाओं तक पहुँच बनाने के लिए डेटाबेस उपलब्ध कराता है और दुनिया भर के भगोड़े अपराधियों का पता लगाने के लिए सहायता के माध्यम से जाँच में मदद करने भी मुख्य कार्य करता है। अंतरराष्ट्रीय अपराध से लड़ने के लिए लगातार अनुसंधान वे विकास पर ध्यान दिया जाता है, तो ये सभी इंटरपोल के रूप में कार्यरत होते है।
- इंटरपोल सभी सदस्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों जैसे संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ के साथ मिलकर काम करता है ताकि अंतरराष्ट्रीय अपराध से मुकाबला किया जा सके।
इंटरपोल का अध्यक्ष कौन है?
वर्तमान में इंटरपोल का अध्यक्ष अहमद नसीर अल रायसी हैं। अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन निकाय ‘इंटरपोल’ ने इस्तांबुल में हुई वार्षिक आमसभा में 25 नवंबर 2021 को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अधिकारी को अपना अध्यक्ष चुना। इंटरपोल ने संयुक्त अरब अमीरात के गृह मंत्रालय में महानिरीक्षक मेजर जनरल अहमद नसीर अल रायसी को चार साल साल के लिए अध्यक्ष चुना।
भारत में 25 साल के बाद हो रही इंटरपोल की बैठक
महासभा इंटरपोल एक सर्वोच्च सरकारी निकाय है। इसके कामकाज से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए साल में एक बार बैठक आयोजित होती है। भारत में लगभग 25 सालों के अंतराल के बाद इंटरपोल महासभा की बैठक हो रही है। यह आखिरी बार भारत में 1997 में आयोजित किया गया था।
महासभा ने स्वीकारा भारत का प्रस्ताव
भारत के 2022 में स्वतंत्रता के 75 साल के उत्सव के अवसर पर इंटरपोल महासभा की मेजबानी करने के प्रस्ताव को महासभा ने भारी बहुमत के साथ स्वीकार कर लिया था। यह आयोजन पूरी दुनिया को भारत की कानून और व्यवस्था प्रणाली में सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है।
CBI ने इंटरपोल के साथ किए कुछ सफल ऑपरेशन
सीबीआई के विशेष निदेशक प्रवीण सिन्हा ने कहा कि हाल के दिनों में इंटरपोल की मदद से बच्चों के यौन शोषण, साइबर धोखाधड़ी और नशीले पदार्थों के संबंध में कई वैश्विक अभियान चलाए गए। सिन्हा ने कहा कि सीबीआई ने इंटरपोल के साथ कुछ सफल ऑपरेशन किए हैं। इनमें ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन चक्र और ऑपरेशन गार्ड शामिल हैं। हीरा व्यापारी नीरव मोदी को भी इंटरपोल के अनुरोध पर यूके पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
महत्वपूर्ण फैसलों पर होगी सबकी नजर
साथ ही उन्होंने कहा कि इस बैठक का एजेंडा पुलिसिंग के भविष्य, साइबर अपराध, बच्चों के खिलाफ अपराधों के साथ-साथ कई अन्य अपराधों पर चर्चा करना होगा। भारत भी इंटरपोल के अपेक्षाकृत अधिक सक्रिय सदस्यों में से एक रहा है और सभी की निगाहें बैठक के दौरान लिए जाने वाले महत्वपूर्ण फैसलों पर होंगी।
Edited by deshhit news