पिछले साल भी हुई थी ऐसी ही घटना, स्थानीय लोगों ने जताया रोष
दिल्ली के किराड़ी विधानसभा क्षेत्र के अगर नगर में जलभराव के कारण दो किशोरों की मौत ने एक बार फिर प्रशासन की नाकामी को उजागर किया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बार-बार की शिकायतों के बावजूद जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यह हादसा हुआ।
मृतक किशोर दिव्यांश और मयंक अगर एंक्लेव (मीठा पानी) प्रेम नगर पार्ट 3, किराड़ी के रहने वाले थे। दोनों 17 वर्ष के थे। घटना शुक्रवार शाम को रानीखेड़ा मिलेनियम बस डिपो के सामने स्थित मुंडका ग्राउंड में हुई।
जानकारी के अनुसार, कुछ युवक रोजाना की तरह इस खाली जमीन पर खेलने आए थे। खेलते-खेलते वे गहरे पानी में चले गए और डूब गए। आसपास मौजूद अन्य युवकों ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस इलाके में जलभराव के कारण कोई हादसा हुआ हो। पिछले साल भी इसी इलाके में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
स्थानीय विधायक और सरकार विकास का दावा करते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। इस घटना ने प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि वे जल निकासी की समस्या का स्थायी समाधान निकालें।
मृतक किशोरों के परिजनों का कहना
मृतक किशोरों के परिजनों ने बताया कि उनके बच्चे रोजाना की तरह खेलने गए थे। शाम को उन्हें फोन आया कि उनके बच्चे पानी में डूब रहे हैं। वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने दोनों किशोरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह घटना एक बार फिर जलभराव के खतरे की ओर इशारा करती है। बारिश के मौसम में ऐसे हादसे अक्सर होते हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह जलभराव की समस्या को गंभीरता से ले और इसके निवारण के लिए उचित कदम उठाए। साथ ही, माता-पिता को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों को खाली जगहों पर अकेले खेलने न दें।
रोनित मौर्या
दिल्ली