खीरी में दर्दनाक हादसा! बाघ के हमले में 11 वर्षीय किशोरी की मौत, पिता की चीखों ने भी नहीं रोका

05 Aug, 2024
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गोला गोकर्णनाथ: गोला रेंज जंगल से सटे गांव बलारपुर में एक दर्दनाक घटना घटी, जब एक 11 वर्षीय किशोरी को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। दादी के साथ घास काटने गई जानकी को बाघ ने जबड़े में दबाकर गन्ने के खेत में खींच लिया। दादी और ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ बालिका का शव छोड़कर भाग गया।

घटना का विवरण

गोला रेंज जंगल से सटे गांव बलारपुर के निकट दादी के साथ घास काटने गई एक किशोरी को बाघ जबड़े में दबाकर गन्ने के खेत में खींच ले गया। बाघ के हमले में किशोरी की मौत हो गई। दादी और ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ बालिका का शव छोड़ कर भाग गया।
दक्षिण खीरी वन प्रभाग के गोला रेंज जंगल से सटे गांव बलारपुर निवासी महिला रामवती अपनी करीब 11वर्षीय पोती जानकी के साथ गन्ने के खेत के किनारे घास काटने गई थी। रामवती खेत के किनारे घास काट रही थी और उसकी पोती जानकी घास का गट्ठर बना रही थी।
इसी बीच खेत में घात लगाकर बैठे बाघ ने खेत से निकलकर बालिका को अपने जबड़ों में दबोच लिया और दादी के सामने ही उसे गन्ने के खेत में खींच ले गया। रामवती के शोर मचाने पर आस-पास खेतों में काम कर रहे ग्रामीण और किशोरी के पिता राकेश लाठी डंडे लेकर दौड़ पड़े और जान की परवाह किए बिना शोर मचाते हुए गन्ने के खेतों में घुस पड़े।

ग्रामीणों की बहादुरी

ग्रामीणों ने देखा कि बाघ बालिका को जबड़े में दबाए बैठा था। पिता और ग्रामीणों के डंडे फटकारने और शोर मचाने पर बाघ बालिका को छोड़ कर भाग गया, लेकिन तब तक बालिका की मौत हो चुकी थी। पिता राकेश पुत्री के शव को गन्ने के खेत से निकालकर बाहर लाए और वन विभाग और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाघ हमले में किशोरी की मौत की पुष्टि की है। थाना मैलानी पुलिस ने किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

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