यूपी चुनाव 2022 : यूपी में 20 फरवरी को तीसरे चरण का मतदान संपन्न हो चुका हैं। तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर वोट डाले गए और वोटिंग प्रतिशत 60.46 फीसदी रहाहँ हैं। जबकि 2017 के चुनाव में 62.21 फीसदी वोटिंग हुई थी। वोटिंग ट्रेंड को देखें तो पिछले चुनाव से दो फीसदी कम वोटिंग हुई है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के 16 जिलों में 59 सीटों पर उतरे 627 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। रविवार को तीसरे चरण में हुए मतदान में पिछली बार से कम उत्साह दिखा।चुनाव आयोग के मुताबिक, तीसरे दौर की 59 सीटों पर 60.46 फीसदी मतदान रहा जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा 62.21 फीसदी था।
तीसरे चरण में दो फीसदी कम हुई वोटिंग :
तीसरे चरण में बृज, अवध और बुंदेलखंड इलाके की सीटों पर चुनाव के वोटिंग को देखें तो पिछले चुनाव से दो फीसदी वोटिंग कम हुई है। हालांकि, 2012 में इन 59 सीटों पर 59.79 फीसदी वोटिंग हुई थी जबकि 2017 में 62.21 फीसदी था. इस तरह से 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में दो फीसदीका इजाफा हुआ था। पिछले चुनाव में 59 सीटों का वोटिंग फीसदी बढ़ने से बीजेपी को जबरदस्त फायदा और विपक्षी दलों का नुकसान हुआ था। वहीं, इस बार 2012 की तरह वोटिंग ट्रेंड रहा, जिसके सियासी संकेत साफ हैं।
पिछले तीन चुनावो के वोटिंग ट्रेंड
तीसरे चरण की जिन 59 सीटों पर चुनाव हुए हैं।, उनके विश्वलेषण करने पर साफ पता चलता है कि वोटिंग फीसदी बढ़ने से विपक्ष को जबरदस्त लाभ मिला। 2017 में इन 59 में से 49 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों को जीत मिली थी जबकि सपा को 8 और कांग्रेस के और बसपा को एक सीट मिली थी। वहीं, 2012 के चुनाव में इन 59 सीटों में से बीजेपी को 8, सपा को 37, बसपा को 10 और कांग्रेस को तीन सीटों पर जीत मिली थी। इस तरह से 2017 में बीजेपी को 41 सीटों का फायदा मिला था तो सपा को 29, कांग्रेस 2 और बसपा को 9 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा था।