देहरादून: उत्तराखंड के विभिन्न वन क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में आग लगने की 31 घटनाएं सामने आई हैं, जिसके फलस्वरूप 38 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। यह चिंताजनक स्थिति पूरे राज्य में देखी जा रही है, जिसमें चकराता और मसूरी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल भी शामिल हैं।
प्रभावित क्षेत्रों का विवरण:
कुमाऊं मंडल: 18 घटनाएं, 18 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित
गढ़वाल मंडल: 11 घटनाएं, 20 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित
प्रमुख प्रभावित क्षेत्र: उत्तरकाशी (आरक्षित क्षेत्र), मसूरी (वन प्रभाग), चकराता (वन पंचायत), लैंसडाउन (आरक्षित क्षेत्र), नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क (आरक्षित वन क्षेत्र), नैनीताल वन प्रभाग, रामनगर वन प्रभाग, सिविल सोयम अल्मोडा वन प्रभाग, हल्द्वानी वन प्रभाग
वन विभाग की प्रतिक्रिया:
वन विभाग द्वारा वन क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए बैठकें आयोजित की गईं।
1 नवंबर 2023 से अब तक 164 घटनाएं, 178 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित
चिंता के विषय:
वन क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं में लगातार वृद्धि
वन क्षेत्र का नुकसान
वन विभाग की रणनीति की प्रभावशीलता पर प्रश्न
आगे का रास्ता:
वन क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी रोकथाम तंत्र विकसित करना
जागरूकता अभियान चलाना
तकनीकी का उपयोग
यह स्थिति पर्यावरण के लिए अत्यंत हानिकारक है और इसके लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। वन विभाग को वन क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए अधिक प्रभावी रणनीति विकसित करने की आवश्यकता है।
Deepa Rawat