देहरादून, 2 मई 2024: उत्तराखंड में गर्मी से कुछ राहत मिली है, लेकिन जंगलों में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार को 24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की 40 नई घटनाएं सामने आईं, जिसके कारण 46 हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर राख हो गया।
अब तक 949 हेक्टेयर वन जल चुका:
- वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस सीजन में अब तक कुल 761 घटनाओं में 949 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है।
- इन घटनाओं में दो फायर वाचर समेत चार लोग झुलस चुके हैं।
वन विभाग की कार्रवाई:
- वन विभाग जंगल में आग लगाने वालों की गिरफ्तारी और मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई भी जारी रखे हुए है।
- अब तक इस सीजन में 315 मुकदमे दर्ज किए गए हैं और 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रभावित क्षेत्र:
- टिहरी बांध प्रथम वन प्रभाग, नैनीताल वन प्रभाग, भूमि संरक्षण रानीखेत वन प्रभाग, अल्मोड़ा वन प्रभाग, सिविल सोयम अल्मोड़ा वन प्रभाग, तराई पूर्वी वन प्रभाग, रामनगर वन प्रभाग, मसूरी वन प्रभाग, लैंसडौन भूमि संरक्षण वन प्रभाग, सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग, केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग आदि में जंगल धधक रहे हैं।
इन नंबरों पर करें शिकायत
18001804141, 01352744558 पर काल कर कोई भी विभाग को जंगल की आग की सूचना दे सकता है। साथ ही 9389337488 व 7668304788 पर व्हाट्सएप के माध्यम से भी सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा राज्य आपदा कंट्रोल रूम देहरादून को भी 9557444486 और हेल्पलाइन 112 पर भी आग की घटना के बारे में जानकारी दी जा सकती है।
जंगलों की आग पर मानव अधिकार आयोग हुआ सख्त
उत्तराखंड के जंगलों में लगातार आग लगने का मामला उत्तराखंड मानव अधिकार आयोग देहरादून पहुंच चुका है। आयोग ने जंगलों में लग रही आग पर सख्त रूप अपनाते हुए वन अग्निकांड पर प्रमुख सचिव वन और प्रमुख मुख्य वन संरक्षक से छह बिंदुओं पर आख्या मांगी है।