नर्मदापुरम: दशहरा मैदान में श्री रामलीला महोत्सव के दौरान रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का निर्माण एक मुस्लिम परिवार द्वारा पीढ़ी दर पीढ़ी किया जा रहा है। यह परंपरा आज भी जारी है, जो असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है।
साकिर भाई ने बताया कि उनके परिवार को श्री रामलीला उत्सव समिति द्वारा पुतलों के निर्माण का कार्य सौंपा जाता है। यह प्रक्रिया नवरात्रि से एक महीने पहले शुरू होती है। अष्टमी के दिन 30 फीट ऊंचे कुंभकरण का पुतला तैयार किया जाता है, नवमी के दिन 30 फीट ऊंचे मेघनाथ का पुतला और दशमी के दिन 40 फीट ऊंचे रावण का पुतला तैयार किया जाता है। इन पुतलों को बनाने में बांस, गीली मिट्टी और रस्सी का उपयोग किया जाता है।
दशहरा मैदान पर 30 फीट ऊंचे मेघनाथ के पुतले का दहन किया जाएगा। साकिर भाई ने बताया कि यह परंपरा उनके परिवार में कई वर्षों से चली आ रही है और वे इसे गर्व के साथ निभाते हैं।
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रिपोर्टर, राजेंद्र मालवीय