निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने उत्तर भारतीय राज्यों को लेकर ताजा भविष्यवाणी की है स्काईमेट ने बताया है कि अगले 4 हफ्ते भारत में कमजोर मानसून रहेगा इससे कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव जरूर पड़ सकता है लेकिन 2 दिन दिल्ली एनसीआर उत्तराखंड और यूपी समेत कई उत्तर भारतीय राज्यों में बारिश से मौसम खुशनुमा जरूर रह सकता है.
नईदिल्ली: गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है और प्रशासन ने 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. निकासी अभियान आज भी जारी रहेगा. चक्रवात बिपरजॉय एक “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदल गया है, और इसके गुरुवार दोपहर कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच पहुंचने की संभावना है.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तटीय इलाकों की तरफ से तेजी से बढ़ रहा है मौसम विभाग ने इससे पहले ही कच्छ और सौराष्ट्र जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है कच्छ में तेज बारिश हो रही है आईएमडी ने पूर्वानुमान जताया है कि गुजरात में टकराते वक्त बिपरजॉय गिरफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है इस बीच निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने उत्तर भारतीय राज्यों को लेकर ताजा भविष्यवाणी की है स्काईमेट ने बताया है कि अगले 4 हफ्ते भारत में कमजोर मानसून रहेगा इससे कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव जरूर पड़ सकता है लेकिन 2 दिन दिल्ली एनसीआर उत्तराखंड और यूपी समेत कई उत्तर भारतीय राज्यों में बारिश से मौसम खुशनुमा जरूर रह सकता है.
स्काईमेट ने भविष्यवाणी की है 30 जून से 6 जुलाई के बीच मानसून उत्तर में प्रवेश करेगा लेकिन इसका प्रभाव कम देखा जा सकता है हालांकि इसके बाद मानसून की झमाझम बारिश से समूचा उत्तर भारत में मुग्ध रहेगा . इससे पहले जून माह में दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड यूपी समेत कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप है स्काईमेट ने बताया है कि दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड यूपी समेत कई उत्तर-पश्चिमी राज्यों में बीपरजॉय का कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि 16 जून को विपक्ष रॉय के गुजरात से दक्षिण राजस्थान की तरफ जाते वक्त रफ्तार धीमी पड़ जाएगी और यह बेअसर हो जाएगा 14 से 15 जून के बीच जब यह चक्रवाती तूफान गुजरात से टकराएगा तो इसकी रफ्तार सबसे तेज 150 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है लेकिन अगले ही दिन दक्षिण राजस्थान की तरफ से जाते वक्त इसकी रफ्तार धीमी होकर 65 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी इसके बाद यह बेअसर हो जाएगा .
स्काईमेट वेदर के मुताबिक 15 और 16 जून को दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर पश्चिमी राज्यों में हल्की और मध्यम बारिश की उम्मीद है हालांकि यह स्पष्ट किया गया है कि यह मानसून बारिश नहीं है यह बिपरजॉय का प्रभाव जो इन राज्यों में पड़ सकता है गौरतलब है कि इस बार देश में मानसून की एंट्री देरी सी हुई है 1 जून को पहुंचने वाला मानसून इस साल 8 जून को केरल पहुंचा है ऐसे में इसकी भी संभावना है कि यह उत्तर भारतीय राज्य में देरी से पहुंचे हालांकि अभी मौसम विभाग का कहना है कि ऐसा नहीं कहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बचाव दल चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.
आपको बता दें कि अरब सागर में बिपरजॉय चक्रवात 6 जून को उठा था। शुरुआत में इसका असर केरल में देखने को मिला, जब इसकी वजह से मॉनसून में देरी हुई। बिपरजॉय हफ्तेभर तक पाकिस्तान के कराची की ओर बढ़ रहा था, लेकिन फिर ये रास्ता बदलकर गुजरात की और बढ़ने लगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार चक्रवात हवा के दवाब के हिसाब से रास्ता बदलते हैं। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब किसी चक्रवात ने अपना रास्ता बदला हो।