नई दिल्ली। खाद्य पदार्थों, सब्जियों, खनिजों, मशीनरी एवं उपकरण, कंप्यूटर एवं इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों में दाम बढ़ने से थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर 2023 में बढ़कर 0.73 प्रतिशत हो गई, जो इसके पिछले महीने नवंबर में 0.26 रही थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले लगभग सात महीनों तक शून्य से नीचे रहने के बाद थोक महंगाई पिछले साल नवंबर में शून्य से ऊपर हुई थी। दिसंबर में थोक महंगाई का स्तर नौ महीने का उच्चतम स्तर है।
पिछले साल दिसंबर में प्राथमिक वस्तुओं (खाद्य पदार्थों, खनिजों और सब्जियों) की थोक महंगाई बढ़कर 5.78 प्रतिशत हो गई, जो नवंबर में 4.76 प्रतिशत रही थी। इस बीच, ईंधन एवं बिजली शून्य से 2.41 प्रतिशत नीचे और विनिर्माण क्षेत्र में मुद्रास्फीति शून्य से 0.71 प्रतिशत नीचे रही। डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर दिसंबर 2023 में इसके पिछले महीने नवंबर के 4.69 प्रतिशत से बढ़कर 5.39 प्रतिशत हो गई। खाने-पीने की वस्तुओं की महंगाई दर दिसंबर में बढ़कर 9.38 प्रतिशत रही जबकि नवंबर में यह 8.18 प्रतिशत थी। दिसंबर में सब्जियों की महंगाई दर 26.30 प्रतिशा वहीं दालों की महंगाई दर 19.60 प्रतिशत रही थी।