नई दिल्ली: जिया खान सुसाइड केस से एक्टर सूरज पंचोली को 28 अप्रैल को बरी कर दिया गया है। दरअसल, साल 2013 से ही सूरज पर जिया खान को सुसाइड के लिए उकसाने का केस चल रहा था। अब 10 साल बाद सूरज पंचोली को 28 अप्रैल को राहत मिली है। जानकारी के मुताबिक अब इस केस पर बातचीत करते हुए एक्टर ने बताया है कि इस केस के कारण 10 साल बुरी तरह प्रभावित रहे है। हालांकि इस केस में उनके परिवार वालों के साथ कोई और भी है जो एक परिवार के जैसे ही सूरज पंचोली के साथ खड़ा रहा।
दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान सूरज पंचोली ने बातचीत के दौरान बताया कि इस केस में मेरे माता-पिता के अलावा बॉलीवुड के भाईजान यानी सलमान खान ने मेरी बहुत मदद की है। उनका कहना है कि भले ही वह मेरे पिता के दोस्त नहीं हैं, लेकिन वह हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। इसके अलवा उन्होनें ये भी बताया कि, जब वह केस लड़ रहे थे, तब सलमान खान ने उन्हें सलाह दी थी कि सूरज अगर तुमने कुछ गलत नहीं किया है तो तुम्हें चिंता करने की कोई बात नहीं है। तुम्हारे साथ कुछ गतल नहीं होगा।
मैं फिल्म “एक था टाइगर” में असिस्टेंट डायरेक्टर था। तब उन्होंने मुझे से कहा था कि वह मेरी पहली फिल्म प्रोड्यूस करेंगे। मेरी पहली फिल्म ‘हीरो’ के आने के 2 साल पहले ही 2013 में मुझ पर आरोप लगाया गया था लेकिन तब भी उन्होंने वह फिल्म बनाई और मेरे साथ हर समय खड़े रहे। उन्होंने मेरे लिए बहुत कुछ किया है लेकिन मैं अपनी सीमाएं जानता हूं और मैं उस रिश्ते का गलत फायदा नहीं उठाऊंगा। मैं उनसे सैकड़ों बार मिल चुका हूं. लेकिन, काम के लिए कभी बात नहीं की। मैं कोर्ट से निकलते ही सबसे पहले सलमान खान को किया था।
इसके अलावा एक्टर ने ये भी बताया कि इस केस के चलते पिछले 10 सालों में मेरे करियर पर बहुत असर पड़ा है। इन 10 सालों में मैंने काम के सिलसिले में सबके दरवाजे खटखटाए। कॉर्पोरेट्स और स्टूडियो कोई भी मेरे साथ काम नहीं करना चाहते थे, क्योंकी मेरे सिर पर तलवार लटक रही थी। वो लोग चाहते थे कि मुझे पहले क्लीन चिट मिल जाए।