रुड़की – मां भागीरथी रेडी पटरी खोखा संगठन की पदाधिकारी और महिला पिक वेंडिंग जोन की महिलाओं ने नगर निगम को आंदोलन की चेतावनी दी है। चार महीने पहले महिला पिक वेंडिंग जोन को यह कहकर हटा दिया गया था कि टाइल, बिजली, पानी, शौचालय और सीसीटीवी कैमरा जैसी सुविधाएं देकर उन्हें वहीं पुनः स्थापित किया जाएगा। लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी नगर निगम ने महिलाओं को उनके स्थान पर व्यवस्थित नहीं किया, जिससे महिलाओं में आक्रोश है।
घटना का विवरण
सिंचाई विभाग और नगर निगम प्रशासन द्वारा हटाए गए वेंडिंग जोन को टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्य, नगर निगम के अधिकारी, सिंचाई विभाग के अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर पास करते हैं। महिला पिक वेंडिंग जोन को भी टाउन वेंडिंग कमेटी द्वारा पास किया गया था, जिसमें हर महिला से ₹1,07,000 लिए गए थे। 99 खोखे बनाए गए थे, जिसमें कुल ₹1,59,30,000 नगर निगम द्वारा कंपनी को दिलाए गए थे। महिलाओं ने कर्ज उठाकर अपना व्यापार शुरू किया था, लेकिन अब वे लाखों के कर्जदार हो गए हैं।
महिलाओं का आक्रोश
महिलाओं का कहना है कि सुनसान रास्ते पर रखे गए वेंडिंग जोन में कई वारदात हो चुकी हैं, जिससे उनका रोजगार ठप हो गया है और लाखों का नुकसान हो रहा है। टाउन वेंडिंग कमेटी के गलत तरीके से वेंडिंग जोन पास कराए जाने से महिलाओं का काफी नुकसान हुआ है। 2014 के कानून के अनुसार, स्ट्रीट वेंडर कहीं भी रेडी लगाकर अपना जीविका चला सकते हैं, लेकिन नगर निगम द्वारा टीवीसी का गठन नहीं किया जा रहा है और पुरानी टीवीसी मेंबरों की मनमानी चल रही है।
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सीमा कश्यप हरिद्वार