राजस्थान: कहते हैं ना कि जहां चाह वहां राह है ये कहावत जोधपुर की आशा कंडारा पर बिल्कुल सही साबित होती है। उन्होंने राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा (RAS Exam) पास कर आर ए एस अफसर बन गई हैं आशा कंडारा की यह कहानी सभी औरतों के लिए मिसाल है। उनके पिता राजेंद्र कंडारा लेखा सेवा से रिटायर हो चुके हैं। आशा की शादी 1997 में हुई थी। जिनसे उनके दो बच्चे बेटा रेशम और एक बेटी पल्लवी है। लेकिन घरेलू विवाद के चलते उनका तलाक हो गया था। तलाक के बाद भी उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखीं उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी जिसका परिणाम ये हुआ कि वो आज सभी औरतों के लिए एक मिसाल बनी
आशा में पहले सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा पास की उसके बाद 2016 में स्नातक की परीक्षा पास की थी । फिर उन्होंने 2018 में RAS और सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा दी| जिसमे RAS का परिणाम उस समय नही आया था.RAS परीक्षा के 12 दिन बाद ही सफाई कर्मचारी पद पर नियुक्ति मिल गयी थी. जोधपुर के उत्तर नगर में सफाई कर्मचारी के रूप में 2 साल तक झाड़ू लगाई. आशा शहर के पावटा की मुख्य सड़क पर सफाई के लिए बने गयी गैंग में शामिल थी वे पावटा की सडको पर भी झाड़ू लगाती थी |
बता दें कि पति से विवाद के बाद आशा ने दोनों बच्चों की कस्टडी अपने पास रख ली थी. अकेले अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उनकी जिम्मेदारी निभाना थोड़ा मुश्किल जरूर था लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारीं और संघर्ष जारी रखा. कुछ दिन बाद उनकी मेहनत रंग लाई और आरएएस परीक्षा पास कर सफलता का परचम लहरा दिया.
अब मंगलवार रात को राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर ने आरएएस परीक्षा 2018 का रिजल्ट जारी किया है, जिसमें आशा को 700 से अधिक रैंक मिली है.